👑 King #Janamejaya came to know from sage Utanka and his ministers, about how his father, king #Parikshit was bitten to death by #Takshaka. 🐍
🔥Then, on the advice of his priests, he ordered for a snake sacrifice (yagna) to be conducted. However, when the sacrifice was being performed, a learned sage named #Astika, a boy in age, came and interfered in the completion of this sacrifice.
📚At this occasion king Janamejaya requested #sage #Vedavyasa to narrate him the history of his ancestors. Vedavyasa then directed his disciple, sage #Vaisampayana, to narrate the #Mahabharata to king Janamejaya.
👑 महाराज #जनमेजय को ऋषि उत्तंक और उनके मंत्रियों से पता चला कि कैसे उनके पिता, महाराज #परीक्षित को #तक्षक ने मारा था। 🐍
🔥फिर, अपने पुजारियों की सलाह पर, उन्होंने एक सर्प यज्ञआयोजित करने का आदेश दिया। हालाँकि, जब यज्ञ किया जा रहा था, तो #अस्तिक नाम के एक विद्वान ऋषि ने इस बलिदान को पूरा करने में हस्तक्षेप किया।
📚इस अवसर पर महाराज जनमेजय ने #ऋषि #वेदव्यास से अपने पूर्वजों का इतिहास सुनाने का अनुरोध किया। वेदव्यास ने तब अपने शिष्य, ऋषि #वैशम्पायन को महाराज जनमेजय को #महाभारत सुनाने का निर्देश दिया।
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